ज्येष्ठा गौरी का अर्थ
[ jeyesethaa gaauri ]
ज्येष्ठा गौरी उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- एक देवी जिसकी पूजा भाद्रपद के शुक्ल पक्ष में ज्येष्ठ नक्षत्र में की जाती है:"ज्येष्ठ गौरी के साथ कनिष्ठा की भी पूजा होती है"
पर्याय: ज्येष्ठ गौरी, ज्येष्ठ-गौरी, ज्येष्ठा-गौरी, ज्येष्ठागौरी, ज्येष्ठा गौर, ज्येष्ठा-गौर, ज्येष्ठागौर, ज्येष्ठा
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- बंगाल-उडीसा ) , अनुराधा नक्षत्र में (प्रात: 7.18 के बाद) ज्येष्ठा गौरी का आवाहन, अवधूत भगवान राम जयंती (काशी), निर्दोष सप्तमी-शील सप्तमी (जैन)
- 8 सितंबर : श्रीदुर्गाष्टमी, अन्नपूर्णाष्टमी व्रत, श्रीराधाष्टमी व्रत (महाभागवत-वैष्णवों का), मूल नक्षत्र में (अपराह्न 1.05 के बाद) ज्येष्ठा गौरी का विसर्जन, सगिडा बधणु (सिन्धी), महर्षि दधीचि
- शारदीय नवरात्र खंडित होने पर ज्येष्ठा गौरी का उत्सव चैत्रागौरी के समय और चैत्रागौरी का दोलोत्सव नवरात्र के समय करना शास्त्र सम्मत नहीं है , अतएव ऎसा न करें।
- उनके इन रुपों में अन्नपूर्णा महागौरी , ज्येष्ठा गौरी , श्रृंगार गौरी , विशालाक्षी गौरी , मंगलागौरी आदि रूप में पूजा जाता है छत्तीसगढ़ के लोगों में इस मंदिर का बहुत महत्व है .
- उनके इन रुपों में अन्नपूर्णा महागौरी , ज्येष्ठा गौरी , श्रृंगार गौरी , विशालाक्षी गौरी , मंगलागौरी आदि रूप में पूजा जाता है छत्तीसगढ़ के लोगों में इस मंदिर का बहुत महत्व है .
- पहले दिन मां अन्नपूर्णा महागौरी , दूसरे दिन ज्येष्ठा गौरी, तीसरे दिन सौभाग्य गौरी, चौथे दिन श्रृंगार गौरी, पांचवे दिन विशालाक्षी गौरी, छठे दिन ललिता गौरी, सातवें दिन भवानी और आठवें दिन मंगलागौरी के रूप में विराजित होेती हैं।